Monday, November 9, 2015

नतमस्‍तक मोदक की नाजायज औलादें- 35

प्रश्‍न: गुलाम अली भारत नहीं आएंगे!
उत्‍तर: बहि‍न*** है साला!
प्रश्‍न: वो कैसे?
उत्‍तर: तुमको नहीं पता कटु** कैसे होते हैं?
प्रश्‍न: लेकि‍न इसका उनके न आने से क्‍या कनेक्‍शन?
उत्‍तर: गां** फट गई साले की!
प्रश्‍न: कैसे?
उत्‍तर: हमसे और कि‍ससे!
प्रश्‍न: आपने ऐसा क्‍या कर दि‍या?
उत्‍तर: हमने उसकी गां** फाड़ दी!
प्रश्‍न: वही तो पूछ रहा हूं, कैसे?
उत्‍तर: अगर वो गाएगा तो हम बजा देंगे!
प्रश्‍न: वो तो पहले भी गाते थे!
उत्‍तर: अबे चूति***, भांड़ गवैया और क्‍या करेगा!!
प्रश्‍न: और आप भी तो सुनते थे?
उत्‍तर: हम झां** नहीं सुने कि‍सी कटु** को!
प्रश्‍न: रफी को कौन सुनता है?
उत्‍तर: वो तो हमारे यहां का है!
प्रश्‍न: मुसलमान वो भी तो हैं!
उत्‍तर: तुम चूति** हो, ऊ रामायण गाए है!!
प्रश्‍न: रामायण या रामचरि‍तमानस??
उत्‍तर: सब एक्‍कै है!
प्रश्‍न: गाने से आपकी क्‍या दुश्‍मनी है?
उत्‍तर: पाकि‍स्‍तान से है। कटु*** से है।
प्रश्‍न: लेकि‍न भारतीय मुसलमान भारत के हैं!
उत्‍तर: सब भो***वाले पाकि‍स्‍तानी हैं!
प्रश्‍न: ये आपके बगल बैठे छोटे बाबू भी?
उत्‍तर: तुम्‍हारी क्‍यों चि‍र रही है बेटी*** ?
प्रश्‍न: शाहरुख़ ख़ान भी भारतीय हैं.
उत्‍तर: उसका बाप पाकि‍स्‍तानी था!
प्रश्‍न: तब तो पाकि‍स्‍तान बना नहीं था.
उत्‍तर: अब तो बन गया है ना!
प्रश्‍न: वो आज़ादी के आंदोलन में जेल भी गए.
उत्‍तर: कि‍स कि‍ताब में लि‍खा है भो*** के?
प्रश्‍न: खुद शाहरुख ने कहा है.
उत्‍तर: कि‍ताब में लि‍खा हो तो मानेंगे!
प्रश्‍न: मतलब बेटे की बात भी नहीं मानेंगे?
उत्‍तर: बेटा साला देशद्रोही है!
प्रश्‍न: क्‍या देशद्रोह कि‍या उन्‍होंने?
उत्‍तर: झूठमूठ माहौल खराब कर रहा है.
प्रश्‍न: और आप माहौल बना रहे हैं?
उत्‍तर: नहीं भो*** के, इत्‍ती देर से बि‍गाड़ रहे हैं ना!!
प्रश्‍न: तो क्‍या कर रहे हैं?
उत्‍तर: तुम्‍हारी मारने का इंतजाम कर रहे हैं!
प्रश्‍न: आप होमोसेक्‍सुअल हैं क्‍या?
उत्‍तर: तुम्‍हारे लि‍ए तो पक्‍का हैं!
प्रश्‍न: शाहरुख़ माहौल कैसे खराब कर रहे हैं?
उत्‍तर: कहता है अशांति है!
प्रश्‍न: नहीं है क्‍या?
उत्‍तर: अबे शांति को भूल गए का.. अढ़ाई सौ में तुम्‍हरे घर ही तो आती थी!
प्रश्‍न: अब कहां है?
उत्‍तर: अब हमरे घरे आती है!
प्रश्‍न: शाहरुख़ उस शांति की बात नहीं कर रहे.
उत्‍तर: तो कि‍स शांति की बात कर रहे हैं?
प्रश्‍न: अमन चैन को आपने आग लगाई, ऐसा वो कहते हैं..
उत्‍तर: बेटा 2020 तक देखना कहां  कि‍सकी गां*** में लगाते हैं आग!!
प्रश्‍न: मतलब आप नहीं मानेंगे?
उत्‍तर: झां*** नहीं मानेंगे!
प्रश्‍न: क्‍यों नहीं मानेंगे, मानना पड़ेगा!
उत्‍तर: 2020 तक कि‍सी की गां*** में दम नहीं!
प्रश्‍न: और उसके बाद?
उत्‍तर: उसके बाद सब हिंदू राष्‍ट्र होगा.
प्रश्‍न: दलि‍त, बौद्ध, सिख, इसाई, आदि‍वासी कहां जाएंगे?
उत्‍तर: जहां जाएंगे पता चल जाएगा.
प्रश्‍न: तो फि‍र इस देश में रहेगा कौन?
उत्‍तर: तुमको दि‍क्‍कत है तो छोड़के पाकि‍स्‍तान चले जाओ.
प्रश्‍न: आप सबको पाकि‍स्‍तान क्‍यों भेजते हैं?
उत्‍तर: जि‍नको दि‍क्‍कत है सब जाएं भो*** के!
प्रश्‍न: इस हि‍साब से तो सब चले जाएंगे..
उत्‍तर: देशद्रोहि‍यों का यहां कोई काम नहीं!
प्रश्‍न: फि‍र तो पाकि‍स्‍तान सबसे अच्‍छा देश बन जाएगा!
उत्‍तर: झां*** बन जाएगा।
प्रश्‍न: तो झां*** से इतना चि‍ढ़ते क्‍यों हैं?
उत्‍तर: चि‍ढ़ तो तुमसे रहे हैं अभी। नि‍कल लो बस पतली गली से।

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